मनका-12
|| कर लो सो दो काम एक भोजन दूसरा भजन, हम तो भजन गा गा के बाबा बने है||
गुरु जी कहा करते थे हम तो भजन गा गा कर बाबा बने हैं. बचपन से ही हमें भजन प्रिय हैं. हमारी विरासत है भजन.
गुरुजी अक्सर शब्दों को धातुओं से समझाते थे. कहते थे – भ से भय भ से भगत भ से भक्ति भ से भगवा और भ से भगवान. भजन और भोजन का तो जोड़ा है. रस रसायन का तो खेल है. कर लो सो दो काम एक भोजन दूसरा भजन.
गुरु जी कहा करते थे हम तो खंजरी पर भजन गाते थे. 500 दोहे कबीर के हैं और 500 भजन ब्रह्मानंद के हैं.
!!संकलन- तारानगर- पंछी तीर्थ!!
ब्रह्मलीन परमहंस संत श्री तूमीवाले दादा जी की जय!!
||गुरु -भक्ति -माला – 108||