मनका-24
|| पुत्र!नर्मदाकी परिक्रमा करो तुम्हें तुम्हारे गुरुवर मिलेंगे!” ||
अवश्य ही अपने पूर्व जन्म के संस्कारों के कारण गुरु जी की मनोरथ सिर्फ और सिर्फ अपने गुरु की प्राप्ति की थी. नर्मदा क्षेत्र में पुनः आने पर होशंगाबाद और अब्दुल्ला … Read more
अवश्य ही अपने पूर्व जन्म के संस्कारों के कारण गुरु जी की मनोरथ सिर्फ और सिर्फ अपने गुरु की प्राप्ति की थी. नर्मदा क्षेत्र में पुनः आने पर होशंगाबाद और अब्दुल्ला … Read more
एक अच्छा शिक्षक संपूर्ण कक्षा पर अपनी वाक्शक्ति और अपनी उपस्थिति द्वारा पकड़ बनाए रखता है. प्रथम पंक्ति और अंतिम पंक्ति मैं … Read more